मुख्यमंत्री ने विस में बताया पिछली सरकार ने निजी हेलीकॉप्टर और विमान के किराए पर करीब पौने दो सौ करोड़ खर्च किए

रायपुर

विधानसभा बजट सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भाजपा विधायक राजेश मूणत के द्वारा पूछे गए लिखित प्रश्न के जवाब में बताया कि पिछली कांग्रेस की सरकार ने चार साल में निजी हेलीकॉप्टर और विमान के किराए पर करीब पौने दो सौ करोड़ खर्च किए हैं।

भाजपा सदस्य राजेश मूणत ने जानना चाहा कि प्रदेश में एक जनवरी 2019 से नवंबर 2023 तक हेलीकॉप्टर, और विमान के लिए कुल कितना भुगतान किया गया है? इसके जवाब में सीएम साय ने बताया कि सरकारी यात्रा, और दौरे के लिए निजी हेलीकॉप्टर व विमान निजी कंपनियों से किराए पर लिए गए थे। उन्होंने बताया कि कंपनियों को निजी हेलीकॉप्टर किराए के रूप में 190 करोड़ 61 लाख 93 हजार से अधिक भुगतान किया गया। जबकि निजी विमानन कंपनियों को किराए के रूप में 73 करोड़ 65 लाख 54 हजार से अधिक का भुगतान किया गया। कुल मिलाकर 264 करोड़ 27 लाख 48 हजार से अधिक का भुगतान किया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर टेंडर के माध्यम से आमंत्रित किराया दर की स्वीकृति के आधार पर निजी हेलीकॉप्टर और विमान सेवा के लिए राशि का भुगतान किया गया।

उल्लेखनीय है कि रमन सरकार ने अगुस्ता हेलीकॉप्टर करीब 29 करोड़ में खरीदा था। साल भर पहले यह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसके बाद से हेलीकॉप्टर किराए पर लिया जा रहा था। यही नहीं, हेलीकॉप्टर की मरम्मत पर ही 19 करोड़ 62 लाख 33 हजार से अधिक भुगतान किया गया। इसी तरह सरकारी विमान की मरम्मत पर 14 करोड़ 76 लाख 15 हजार से अधिक खर्च किए गए।

हेलीकॉप्टर किराया
वर्ष-2019 में 6 कंपनियों से हेलीकॉप्टर किराए पर लिए गए थे। उन्हें 14 करोड़ 88 लाख 17 हजार से अधिक भुगतान किया गया।
वर्ष-2020 में 2 कंपनियों से हेलीकॉप्टर किराए पर लिए गए थे, उन्हें 10 करोड़ 54 लाख 81 हजार से अधिक भुगतान किया गया।
वर्ष-2021 में 3 कंपनियों से हेलीकॉप्टर किराए पर लिए गए, उन्हें 17 करोड़ 14 लाख 85 हजार से अधिक भुगतान किया गया।
वर्ष-2022 में 2 कंपनियों से हेलीकॉप्टर किराए पर लिए गए थे, उन्हें 69 करोड़ 20 लाख 45 हजार से अधिक भुगतान किया गया।
वर्ष-2023 में एक कंपनी से हेलीकॉप्टर किराए पर लिया गया, उन्हें 78 करोड़ 83 लाख 64 हजार रूपए भुगतान किया गया।

विमान किराया
वर्ष-2019 में एक कंपनी से विमान किराए पर लिया गया था, उन्हें 3 करोड़ 67 लाख 89 हजार भुगतान किया गया।
वर्ष-2020 में एक कंपनी से विमान किराए पर लिया गया, उन्हें 5 करोड़ 19 लाख से अधिक भुगतान किया गया।
वर्ष-2021 में एक कंपनी से विमान किराए पर लिया गया, उन्हें 17 करोड़ 49 लाख 29 हजार से अधिक भुगतान किया गया।
वर्ष-2022 में दो कंपनी से विमान किराए पर लिया गया, उन्हें 21 करोड़ 67 लाख 79 हजार से अधिक भुगतान किया गया।
वर्ष-2023 में एक कंपनी से विमान किराए पर लिया गया, उन्हें 25 करोड़ 71 लाख 25 हजार भुगतान किया गया।

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