भोपाल
लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों की घोषणा मार्च के दूसरे सप्ताह में हो सकती है। इससे पहले सियासी दल चुनावी तैयारियों में जुटे हैं। बीजेपी विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी एक कदम आगे चल रही है। कांग्रेस अभी उम्मीदवारों के नाम पर मंथन कर रही है। बीजेपी ने 24 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। ऐसे में बीजेपी के उम्मीदवार चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं। इन सबके बावजूद मध्य प्रदेश की कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस को बीजेपी से जोरदार टक्कर मिलेगी। विधानसभा चुनाव के दौरान यह संकेत मिल गए हैं। बीजेपी की आंधी में भी उन जगहों पर ज्यादा नुकसान कांग्रेस को नहीं हुआ है।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि उम्मीदवारों की सूची जल्द आ जाएगी। कुछ दिन पहले पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा था कि हम लोकसभा की 12-13 सीटें जीतेंगे। कांग्रेस नेताओं के दावे से इतर विधानसभा चुनाव के जो नतीजे आएं हैं, उससे यह संकेत है कि मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में कांग्रेस पार्टी की स्थिति मजबूत है। इन जगहों पर कांग्रेस बीजेपी को लोकसभा चुनाव में कड़ी टक्कर दे सकती है।
वैसे सीटों की बात करें तो ग्वालियर, रतलाम, धार, बालाघाट, मुरैना और छिंदवाड़ा है। बीजेपी ने इनमें से कुछ लोकसभा सीटों पर अभी उम्मीदवार भी घोषित नहीं किए हैं। धार, छिंदवाड़ा और बालाघाट सीट के लिए अभी बीजेपी ने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं। वहीं, कांग्रेस ने अभी किसी सीट पर नाम फाइनल नहीं किए हैं। ग्वालियर, मुरैना और रतलाम सीट पर बीजेपी ने प्रत्याशी दे दिए हैं। इन सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों ने तैयारी शुरू कर दी है।
रतलाम में हो सकता है त्रिकोणीय मुकाबला
लोकसभा चुनाव 2024 में रतलाम सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। बीजेपी ने यहां से अनिता नागर सिंह चौहान को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं घोषित किए हैं। रतलाम जिले में विधानसभा की 5 सीटें हैं। इन पांच में से चार सीटें बीजेपी जीती है। एक सीट बाप के खाते में गया है। हालांकि इस लोकसभा सीट के अंतर्गत झाबुआ जिला भी आता है। यह आदिवासी बाहुल इलाका है। यहां कांग्रेस की स्थिति मजबूत है। सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार भी चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। अगर कांग्रेस के साथ चले जाते हैं तो बीजेपी की राह आसान नहीं है।
छिंदवाड़ा में सबसे बड़ा चैलेंज
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट कांग्रेस का अभेद किला है। मध्यप्रदेश में यह इकलौती सीट है, जहां बीजेपी जीत के लिए तरस रही है। विधानसभा चुनाव में इस बार भी वहां खाता नहीं खुला है। सातों सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। वहीं, कांग्रेस नेता कमलनाथ कह चुके हैं कि नकुलनाथ ही यहां से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी ने अभी तक उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं।
मुरैना में भी मिलेगी जोरदार टक्कर
मुरैना लोकसभा सीट से विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सांसद थे। उनके इस्तीफे के बाद सीट खाली हो गया है। इस बार बीजेपी ने यहां से शिवमंगल सिंह तोमर को उम्मीदवार बनाया है। विधानसभा चुनाव के दौरान मुरैना लोकसभा सीट के अंदर आने वाले आठ में से पांच सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। नरेंद्र सिंह तोमर जैसे नेता के होने के बावजूद बीजेपी को तीन सीटों पर जीत मिली थी।
ग्वालियर में भी नहीं है राह आसान
वहीं, इस बार ग्वालियर में बीजेपी की राह आसान नहीं है। इस बार पार्टी ने भारत सिंह कुशवाह को उम्मीदवार बनाया है। विधानसभा चुनाव के दौरान यहां भी कांग्रेस ने बीजेपी को तीन सीटों पर शिकस्त दी थी। भारत सिंह कुशवाहा भी चुनाव हार गए थे। कांग्रेस अगर धाकड़ उम्मीदवार उतारती है तो बीजेपी की मुश्किलें बढ़ जाएगी।
धार में भी कांग्रेस का दिखा था दबदबा
धार लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस की स्थिति मजबूत है। साथ ही नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार इसी लोकसभा सीट से आते हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को यहां पांच सीटों पर जीत मिली थी। शायद यही वजह है कि बीजेपी ने अभी तक यहां उम्मीदवार फाइनल नहीं किए हैं।
गौरतलब है कि इन समीकरणों को देखते हुए बीजेपी भी अपनी कमजोरी पर मेहनत कर रही है। लगातार पार्टी के बड़े नेता यहां एक्टिव हैं। साथ ही बूथ को मजबूत करने पर जोर दे रहे हैं। बीजेपी ने इस बार 29 की 29 सीटें जीतने का दावा कर रही है।