भोपाल.
केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने स्वच्छ सर्वेक्षण- 2023 के परिणामों की घोषणा कर दी है। स्वच्छता के क्षेत्र में मध्य प्रदेश के फिर बढ़त बनाई है। इंदौर, भोपाल, महू कैंट, अमरकंटक, नौरोजाबाद एवं बुधनी को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही स्वच्छ राज्य के रूप में मध्य प्रदेश को भी सम्मानित किया जाएगा। शनिवार देर रात जारी स्वच्छ सर्वेक्षण परिणामों में खुले में शौच से मुक्त ओडीएफ और कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग के परिणाम भी जारी कर दिए गए हैं। इनमें प्रदेश के शहरों ने एक बार फिर बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में मध्य प्रदेश के 378 शहरों ने भाग लिया था। स्वच्छता सम्मान 11 जनवरी को नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म द्वारा दिया जाएगा। प्रदेश में ओडीएफ डबल प्लस का सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाले निकायों की संख्या अब बढ़कर 361 हो गई है। यह पिछले वर्ष तक 324 थी। जल प्रबंधन के लिए प्राप्त होने वाले वाटर प्लस प्रमाणीकरण में प्रदेश के छह शहरों को इस साल यह प्रतिष्ठित प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है। पिछले वर्ष मध्य प्रदेश के सिर्फ इंदौर और भोपाल शहरों को यह सम्मान मिला था। अब प्रदेश के इंदौर, भोपाल, देवास, उज्जैन, ग्वालियर, बुधनी, और धरमपुरी शहरों को यह सम्मान मिला है। प्रदेश में खुले में शौच को स्थाई रूप से रोकने के लिए प्रदेश के पांच लाख 79 हजार से अधिक जरूरतमंद परिवारों को व्यक्तिगत शौचालय तैयार कर प्रदान किए गए हैं।
प्रदेश में 2500 से अधिक सार्वजनिक शौचालय कांप्लेक्स का निर्माण भी कराया गया है। इसी प्रकार कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग में मध्य प्रदेश के 158 शहरों को प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है। विगत वर्ष यह प्रमाणीकरण सिर्फ 99 शहरों को प्राप्त हुआ था। इंदौर को सात स्टार शहर और भोपाल को पांच स्टार शहर का दर्जा प्राप्त हुआ है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश शहरी स्वच्छता के क्षेत्र में पिछले पांच वर्षों से निरंतर कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव और प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने उपलब्धियों पर प्रदेश के नागरिकों को बधाई दी है।
विजयवर्गीय प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि स्वच्छता हमारे लिए एक संकल्प है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर हम इस संकल्प को आगे बढ़ा रहे हैं। हमारे शहर निरंतर मेहनत कर रहे हैं। प्रदेश की स्वच्छता में हमारे सफाई मित्रों, आम नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने बढ़-चढकर साथ दिया है। हम मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश की स्वच्छता, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह सिर्फ एक शुरूआत है, हमें इसके लिए मिलजुलकर और लगातार प्रयास करना होंगे।