भोपाल
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद मध्य प्रदेश सरकार फ्लाइट से तीर्थ यात्रियों को अयोध्या भेजेगी। एक फरवरी से यह क्रम प्रारंभ होगा और लोकसभा चुनाव की घोषणा होने तक जारी रहेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत व्यवस्था की गई है। इसमें प्रदेश के सभी जिलों से 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों का चयन कर भेजा जाएगा।
धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग ने शुरू की तैयारी
प्रदेश के धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग ने तैयारी प्रारंभ कर दी है। विमान सेवा का संचालन करने वाली संस्थाओं से पूर्व में ही अनुबंध किए जा चुके हैं।
विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. राजेश राजोरा ने बताया कि एक फरवरी से मार्च तक यात्रियों को अयोध्या भेजा जाएगा। इसके लिए तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत यात्रियों का चयन अलग-अलग जिलों से किया जाएगा। वहीं, रेलवे की ओर से प्रदेश के लिए 19 ट्रेनें उपलब्ध कराई जाएंगी, जो प्रदेश के अलग-अलग स्थानों से यात्रियों को अयोध्या ले जाएंगी।
इसके अलावा रामलला के दर्शन के लिए भारत सरकार द्वारा 19 ट्रेन भी उपलब्ध कराई जाएंगी। जानकारी के अनुसार इस यात्रा की शुरुआत 1 फरवरी से होने जा रही है, जो कि लोकसभा चुनाव की तारीख के ऐलान तक करवाई जाएगी। गौरतलब है कि, इससे पहले भी प्रदेश सरकार ट्रेन और फ्लाइट के माध्यम से बुजुर्गों को प्रयागराज, शिर्डी, मथुरा-वृंदावन और गंगासागर की यात्रा करवा चुकी है।
उज्जैन से अयोध्या के लिए 3 ट्रेन
इसके साथ ही उज्जैन से अयोध्या जानें वाले कुछ डायरेक्ट ट्रेन अभी से संचालित है। जिनमे धर्मधानी उज्जैन से अयोध्या के लिए 3 ट्रेन हैं, जिसमें वाराणसी सिटी साबरमती (सप्ताह में 4 दिन), दरभंगा साबरमती एक्सप्रेस (सप्ताह में 3 दिन), मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस (सप्ताह में 1 दिन) शामिल है।