मुंबई
घरेलू शेयर बाजारों में बीते तीन सत्रों से जारी गिरावट के चलते निवेशकों की संपत्ति में 7.93 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की कमी आई है। अब बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण घटकर 394.25 लाख करोड़ रुपये रह गया है। मेहता इक्विटीज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट प्रशांथ ताप्से का कहना है कि इजरायल और ईरान के बीच जारी तनाव से निवेशकों को कच्चे तेल का मूल्य बढ़ने का भय है जिससे महंगाई में फिर से बढ़ोतरी होने की आशंका है।
देश का शेयर व मुद्रा बाजार वैश्विक तनाव के फैलने की अनिश्चतता में है। मंगलवार को मुंबई शेयर बाजार का सूचकांक सेंसेक्ट में 0.62 फीसद और निफ्टी में 0.56 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। सेंसेक्स कुल 456 अंकों की गिरावट के साथ 72,944 अंकों पर और निफ्टी 125 अंकों की गिरावट के साथ 22,148 अंकों के स्तर पर बंद हुआ है।
वैसे यह गिरावट सोमवार के मुकाबले कम है लेकिन पिछले तीन कारोबारी दिनों में सेंसेक्स में 2094 अंकों की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। पिछले तीन महीनों में विरले ही तीन कारोबारी दिनों तक सेंसेक्ट ने मंदी का दौर देखा हो। वैश्विक बाजारों का जो माहौल है उससे लगता है कि यह मंदी का दौर आगे भी जारी रह सकता है।
700 रुपये बढ़कर नए रिकार्ड स्तर पर पहुंचा सोना
पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव से वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में आई तेजी का घरेलू बाजारों में भी असर दिख रहा है। मंगलवार को दिल्ली सर्राफा में सोना 700 रुपये बढ़कर 73,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए उच्च स्तर पर पहुंचा गया। सोमवार को यह 73,050 के स्तर पर बंद हुआ था। इसी तरह चांदी भी 800 रुपये बढ़कर सर्वकालिक उच्च स्तर 86,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी का कहना है कि सकारात्मक वैश्विक संकेतों के चलते सोने की कीमतों में लगातार उछाल आ रहा है।