इंदौर
इंदौर एयरपोर्ट एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (एएसक्यू) -2023 के वार्षिक सर्वे के परिणाम में पहले स्थान पर आया है। एयरपोर्ट्स काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) ने 15 शहरों के परिणाम घोषित किए। इस रिपोर्ट में इंदौर पिछले साल यह दूसरे नंबर पर था। इस साल की रिपोर्ट में चेन्नई दूसरे और वाराणसी एयरपोर्ट तीसरे नंबर पर है। रिपोर्ट में इस बार इंदौर एयरपोर्ट को 4.91 रेटिंग मिली है जबकि चेन्नई और वाराणसी दोनों एयरपोर्ट को 4.90 की रेटिंग मिली है। इस सूची में गोवा, विशाखापटनम, त्रिची, रायपुर, भुवनेश्वर, कालीकट, कोलकाता, पुणे, अमृतसर, श्रीनगर, कोयंबटूर और पटना के एयरपोर्ट शामिल थे।
इंदौर एयरपोर्ट की यह बातें सबसे बेहतर रहीं
इंदौर एयरपोर्ट को कई मानकों पर परखा गया इनमें साफ-सफाई सबसे प्रमुख रही। इसके साथ यात्री सुविधाएं और कर्मचारियों का व्यवहार भी प्रमुख था। वहीं तकनीकी मामलों में कनेक्टिविटी, इन्फ्रास्ट्रक्चर, एयरलाइंस का व्यवहार, साइन बोर्ड, टर्मिनल भवन में चलने की दूरी, चेकिंग काउंटर पर सुविधाएं आदि शामिल थीं। यात्रियों के लिए शॉपिंग और फूडकोर्ट की सुविधाओं को भी इन मानकों में शामिल किया गया था।
यात्रा के दौरान संतुष्टि प्रदान करते हैं:
ये मानक एक एयरपोर्ट की सेवा गुणवत्ता को मापने के लिए महत्वपूर्ण हैं। साफ-सफाई की अच्छी गुणवत्ता, यात्रियों को शुद्ध और सुरक्षित माहौल प्रदान करती है। यात्री सुविधाएं शामिल हैं जैसे कि बैठने के स्थान, वेंडिंग मशीन, और स्नैक्स शॉप्स। कर्मचारियों का व्यवहार और सहयोगी रवैया यात्रियों को सुरक्षित महसूस कराता है। कनेक्टिविटी और इन्फ्रास्ट्रक्चर भी एक महत्वपूर्ण मानक हैं, जो यात्रियों को विभिन्न सेवाओं तक पहुंचने में सहायक होते हैं। फूडकोर्ट और शॉपिंग विकल्प भी यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण हैं, जो उन्हें उनके यात्रा के दौरान संतुष्टि प्रदान करते हैं। एयरलाइंस का व्यवहार, साइन बोर्ड, और चेकिंग काउंटर पर सुविधाएं भी यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण हैं, जो उनके यात्रा को सुगम बनाती हैं।
पिछले तिमाही में (अक्टूबर से दिसंबर तक) इंदौर एयरपोर्ट पिछड़ गया था, जबकि दूसरे से सातवें नंबर पर आ गया था। इस समय यहां रिनोवेशन के काम चल रहे थे और कोहरे के कारण कई फ्लाइटें देरी से चल रही थीं। हालांकि, इसके बाद एयरपोर्ट ने व्यवस्थाओं में सुधार किया और यात्री सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित किया। नए फूड कोर्ट खुलने के साथ-साथ रिनोवेशन के काम भी पूरे हो गए थे। इसके परिणामस्वरूप, एक तिमाही में इंदौर ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया और वार्षिक रैंकिंग में टॉप पर रहा।