भोपाल
राज्य सरकार ने हाल ही में प्रदेश के 15 मेडिकल कॉलेजों की कार्यकारिणी समिति के प्रभारी अधिकारी घोषित किए हैं। इनमें संचालक चिकित्सा डा. अरुण कुमार श्रीवास्तव, डा. अरुणा कुमार और डा. जितेन शुक्ला ऐसे अधिकारी हैं, जो कभी स्थायी डीन भी नहीं बने, पर अब डीन से ऊपर प्रभारी बनकर कॉलेज के संबंध में निर्णय लेंगे। पहले मेडिकल कॉलेज की कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष संबंधित संभाग के संभागायुक्त होते थे।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग एक होने के बाद विभाग के अधिकारियों को ही अलग-अलग कॉलेज का प्रभार दिया गया है। एक अधिकारी को एक से तीन कॉलेज का प्रभारी बनाया गया है। वे कॉलेज की कार्यकारिणी समिति के प्रमुख होंगे। 16 अप्रैल को शासन ने इस संबंध में आदेश जारी किया था।
संचालक चिकित्सा शिक्षा अरुण कुमार श्रीवास्तव प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेज में सबसे वरिष्ठ प्राध्यापक हैं। वह जीएमसी में प्रभारी डीन भी थे, पर बाद में उन्हें हटा दिया गया था। इसके बाद उन्हें प्रभारी संचालक चिकित्सा शिक्षा बनाया गया। उन्हें खंडवा और रतलाम मेडिकल कॉलेज की कार्यकारिणी समिति का प्रभारी बनाया गया है।
संचालक नर्सिंग डा. जितेन शुक्ला भी जीएमसी में प्रभारी डीन थे, जिन्हें बाद में हटा दिया गया था। अब उन्हें दतिया और ग्वालियर मेडिकल कॉलेज की कार्यकारिणी का प्रभारी बनाया गया है। वहीं, दो बार जीएमसी की प्रभारी डीन से हटाई गई डा. अरुणा कुमार को सागर मेडिकल कॉलेज का प्रभार मिला है। जिन्हें प्रभार दिया है, वे सब वरिष्ठ हैं। पदोन्नति पर रोक के चलते वह स्थायी डीन नहीं बन पाए हैँ।- डा. अरुण श्रीवास्तव, संचालक, चिकित्सा शिक्षा विभाग।