रायपुर
पूर्व सीएम बघेल कह रहे हैं कि बैलेट पेपर से अगर चुनाव हुए तो हमारी जीत पक्की है। इसके लिए वह कांग्रेस कार्यकर्तार्ओं को तरकीब बता रहे हैं कि कैसे कोर्ट और चुनाव आयोग के आदेश के बिना भी बैलेट पेपर से वोटिंग हो सकते हैं। इसके लिए एक लोकसभा सीट पर 375 से अधिक उम्मीदवार मैदान में होने चाहिए। कांग्रेस ने भूपेश को राजनांदगांव से प्रत्याशी बनाया है।
मामले में भाजपा ने चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत की है। एक सीट पर प्रत्याशियों का रोचक तथ्य यह रहा है कि 1996 में आंध्र प्रदेश में में नलगोंडा से 480 सबसे अधिक प्रत्याशी मैदान में उतरे थे। इसके लिए 50 पेज का बैलेट पेपर बनाया गया था। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजनांदगांव सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी भूपेश बघेल ने एक बार फिर ईवीएम से मतदान पर केंद्र सरकार को घेरा है।
इधर भूपेश बघेल ने पाटन में कहा है कि, सभी कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन फार्म भरें। इसके पीछे उनका तर्क दिया कि, अगर एक लोकसभा सीट से 375 से अधिक प्रत्याशी खड़े हो जाते हैं तो वहां ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव होगा। उन्होंने कहा कि, अगर बैलेट पेपेर से चुनाव होता है तो कांग्रेस की ही जीत होगी। भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि राजनांदगांव सीट से वे जीत रहे हैं।