नई दिल्ली
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में कुल 1.47 करोड़ वोटर हैं, जिनमें महिलाओं की संख्या 67 लाख और पुरुषों की तादाद 79 लाख है. ध्यान देने वाली बात ये है कि दिल्ली में वोट देने वालों में 46 फीसदी महिलाएं हैं. अरविंद केजरीवाल सरकार की महिलाओं को लेकर लाई गई योजनाओं के पीछे सबसे बड़ी वजह भी यही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में जेल से संदेश भिजवाया था कि बाहर आते ही वो महिलाओं के लिए हर महीने एक हजार देने वाली योजना लागू कर देंगे. और महिलाओं से अच्छी तरह कनेक्ट होने के लिए अब आम आदमी पार्टी ने चुनाव कैंपेन में सुनीता केजरीवाल का नाम भी जोड़ दिया है.
कुल मिलाकर जेल भेजे जाने को लेकर अरविंद केजरीवाल के लिए सहानुभूति जुटाने के लिए ही ये सारे उपाय किये जा रहे हैं. जेल का जवाब वोट से कैंपेन तो पहले से ही चल रहा है, अब आम आदमी पार्टी ने महिला कार्यकर्ताओं की एक टीम भेज कर ये संदेश देने की कोशिश कर रही है कि अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद सारा काम सुनीता केजरीवाल ही देख रही हैं. अरविंद केजरीवाल को जेल भेजे जाने की बात लोग कहीं भूल न जायें, इसके लिए भी जरूरी इंतजाम किये जा रहे हैं. दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल कर अरविंद केजरीवाल को अपने मंत्रियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की अनुमति मांगी गई है.
एक जनहित याचिका में अदालत से ये निर्देश देने की मांग की गई है कि अरविंद केजरीवाल को जेल में जरूरी सुविधाएं दी जाएं, ताकि वो दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में काम करना जारी रख सकें. याचिका में दलील दी गई है कि अरविंद केजरीवाल सरकार की तरफ से ऐसी कई योजनाएं शुरू की गई हैं जिनसे दिल्ली के लोगों को फायदा हुआ है. टीम केजरीवाल की तरफ से पेश वकील श्रीकांत प्रसाद ने की दलील है कि न तो भारतीय संविधान और न ही किसी कानून ने मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री सहित किसी भी मंत्री को जेल से सरकार चलाने से रोका गया है.
अरविंद केजरीवाल की तरफ से दिल्ली की अदालत में ये रिक्वेस्ट भी की गई है कि उनको अपने डॉक्टर से वीडियो कांफ्रेंस के जरिये नियमित परामर्श लेने की अनुमति दी जाये. इसके लिए अरविंद केजरीवाल का ब्लड शुगर लेवल अनियमित होने की दुहाई दी गई है, जिस पर कोर्ट ने नोटिस देकर ईडी से जवाब दाखिल करने को कहा है. पहले अरविंद केजरीवाल ने अपने वकीलों से हफ्ते में 5 बार मुलाकात करने की भी मांग की थी, लेकिन अदालत ने नामंजूर कर दिया था. अरविंद केजरीवाल अपने वकीलों से फिलहाल हफ्ते में सिर्फ दो बार ही मुलाकात कर सकते हैं.
महिला वोटर के बीच पहुंच रही है AAP की टीम
अरविंद केजरीवाल के जेल जाने से कुछ दिन पहले ही दिल्ली सरकार की तरह मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना की घोषणा की गई थी – और उसके बाद कई दिनों तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बताते रहे कि कैसे दिन भर महिलाओं के फोन आ रहे हैं, और पूछा जा रहा है कि पैसे पाने के लिए क्या करना होगा. कैसे अप्लाई किया जा सकेगा, और योजना का लाभ कैसे लिया जा सकेगा.
अरविंद केजरीवाल की ये योजना मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान की लाड़ली बहना योजना की तर्ज पर बनाई गई है, जिसे सूबे में भारी सपोर्ट मिला है. 2023 के विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी की सत्ता में वापसी की बड़ी वजह भी इसी योजना को माना गया था. दिल्ली की बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा अरविंद केजरीवाल सरकार ने पहले से ही दे रखी है. अब महिलाओं की सभी योजनाओं को एक साथ पेश कर आम आदमी पार्टी की टीम दिल्ली की महिलाओं से वोट मांग रही है. खबर है कि इसके लिए हर मंडल, वार्ड में और बूथ स्तर पर महिलाओं की टीमें बनाई गई हैं जिनेमें 2 से चार महिलाओं को शामिल किया गया है. ये टीम घर घर जाकर महिलाओं से मिलती है, और उनको दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार की महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के बारे में बताती है.
लगे हाथ ये टीम ये भी बताती है कि जेल जाने के बावजूद अरविंद केजरीवाल को उनकी पूरी फिक्र है – और कहीं सब कुछ सुचारू रूप से चलता रहे, इसके लिए ऐसी सारी चीजों की निगरानी फिलहाल 'भाभी जी' यानी अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल खुद कर रही हैं.