नए एक्स यूजर्स को करना होगा भुगतान : एलन मस्क

नए एक्स यूजर्स को करना होगा भुगतान : एलन मस्क

मेडुलेंस ने 'सीरीज ए फंडिंग राउंड' में 30 लाख अमेरिकी डॉलर जुटाए

नागरिक, औद्योगिक इस्तेमाल वाले ड्रोन के लिए अलग नियामक ढांचे पर विचार कर रही है सरकार

नई दिल्ली
 नए एक्स यूजर्स को झटका देते हुए एलन मस्क ने घोषणा की है कि अब उसके प्लेटफॉर्म पर सामग्री पोस्ट करने के लिए उनसे शुल्क लिया जा सकता है। एक एक्स यूजर के जवाब में टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ ने कहा कि दुर्भाग्य से, “नए यूजर्स से किसी मैटर को पोस्ट करने के लिए एक छोटा सा शुल्क बॉट्स के निरंतर हमले को रोकने का एकमात्र तरीका है।”

मस्क ने पोस्ट किया, “मौजूदा एआई (और ट्रोल फ़ार्म) ‘क्या आप एक बॉट हैं’ को आसानी से पास कर सकते हैं।” मस्क ने कहा,“ छोटा शुल्क चुका कर नए यूजर्स तीन तीन माह बाद मुफ्त में पोस्ट कर सकते हैं।”

गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में, एक्स ने न्यूज़ीलैंड और फिलीपींस में नए असत्यापित यूजर्स से प्रति वर्ष एक डॉलर का शुल्क लेना शुरू किया था। इस महीने की शुरुआत में, मस्क के नेतृत्व वाले प्लेटफॉर्म ने स्पैम खातों के बड़े पैमाने पर शुद्धिकरण की घोषणा की थी। कुछ महीनों में एक्स पर स्पैम और पोर्न बॉट्स की भरमार हो गई थी। मस्क ने घोषणा की थी कि बॉट्स और ट्रॉल्स का सिस्टम शुद्धिकरण चल रहा है।

नागरिक, औद्योगिक इस्तेमाल वाले ड्रोन के लिए अलग नियामक ढांचे पर विचार कर रही है सरकार

नई दिल्ली
 नागर विमानन सचिव वुमलुनमंग वुअलनाम ने मंगलवार को कहा कि सरकार नागरिक तथा औद्योगिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन के वास्ते एक अलग नियामक ढांचा बनाने पर विचार करेगी। उन्होंने ड्रोन परिवेश तंत्र के स्वदेशी विकास की वकालत की और इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार ड्रोन को बढ़ावा देने के साथ-साथ उन्नत वायु परिवहन को आगे बढ़ाने के प्रयास करेगी।

राष्ट्रीय राजधानी में ड्रोन पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में उन्होंने कहा कि ड्रोन के नियमों के संदर्भ में ''बहुत कुछ किया गया है और अभी बहुत कुछ किया जाएगा।'' उन्होंने कहा कि मंत्रालय नागरिक तथा औद्योगिक ड्रोन के लिए एक अलग नियामक ढांचा बनाने पर विचार कर रहा है।

ड्रोन और ड्रोन घटकों के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना सितंबर 2021 में अधिसूचित की गई थी। ड्रोन और ड्रोन घटकों के भारतीय विनिर्माताओं के लिए मूल्य संवर्धन तथा कुछ अन्य शर्तों के आधार पर 120 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन प्रदान दिया जा रहा है।

भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित सम्मेलन में वुमलुनमंग वुअलनाम ने कहा कि योजना सफल रही है। उन्होंने ड्रोन परिवेश तंत्र के स्वदेशी विकास की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रोत्साहनों पर निर्भरता नहीं होनी चाहिए और ड्रोन उद्योग को अपने दम पर टिकना चाहिए।

'नमो ड्रोन दीदी' योजना के बारे में उन्होंने कहा कि ड्रोन के लिए विशेष विवरण जल्द ही जारी किए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को कृषि ड्रोन प्रदान करना है। इसके तहत महिला नेतृत्व वाले स्वयं सहायता समूहों को 15,000 ड्रोन दिए जाएंगे।

 

मेडुलेंस ने 'सीरीज ए फंडिंग राउंड' में 30 लाख अमेरिकी डॉलर जुटाए

नई दिल्ली
 आपात स्वास्थ्य सेवा प्रदाता मेडुलेंस ने 'सीरीज ए फंडिंग राउंड' में 30 लाख अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं। 'सीरीज ए फंडिंग' एक स्टार्टअप द्वारा पूंजी जुटाने की प्रक्रिया के चरणों में से एक है।

इस वित्त पोषण चक्र का नेतृत्व अल्केमी ग्रोथ कैपिटल ने किया। इसमें डेक्सटर कैपिटल, अमन गुप्ता और नमिता थापर जैसे प्रमुख निवेशकों की भी भागीदारी देखी गई।

मेडुलेंस ने एक बयान में कहा, इस राशि का इस्तेमाल आपात प्रबंधन प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करते हुए देश भर में कंपनी की उपस्थिति बढ़ाने के लिए किया जाएगा।

कंपनी के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रणव बजाज ने कहा, '' यह वित्त पोषण मेडुलेंस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। अपने निवेशकों के समर्थन से हम अपने परिचालन को बढ़ाने और पूरे भारत में आपात स्वास्थ्य देखभाल के मानकों को और ऊपर उठाने के लिए तैयार हैं।''

उन्होंने कहा कि कंपनी की योजना अगले 15-18 महीने में देश के 1,000 से अधिक शहरों में विस्तार करने की है। मेडुलेंस के पास वर्तमान में 10,000 एम्बुलेंस और 1000 स्वास्थ्य विशेषज्ञ हैं।

स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज ने क्यूआईपी के जरिए 1000 करोड़ रुपये जुटाए

नई दिल्ली
 ब्रॉडबैंड प्रौद्योगिकी कंपनी स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज ने एचडीएफसी म्यूचुअल फंड, निप्पॉन लाइफ इंडिया, गोल्डमैन सैक्स और बंधन म्यूचुअल फंड सहित पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) को इक्विटी जारी करके 1,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

आवंटन के बाद, स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज (एसटीएल) की चुकता इक्विटी शेयर पूंजी बढ़कर 97.5 करोड़ रुपये हो गई है, जिसमें 48.5 करोड़ इक्विटी शेयर शामिल हैं। कंपनी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया, ''एसटीएल ने पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) के जरिए 1,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं।''

एसटीएल के प्रबंध निदेशक अंकित अग्रवाल ने कहा, ''हम अपने निवेशकों का उनके निरंतर समर्थन तथा एसटीएल की विकास क्षमता में विश्वास करने के लिए आभार व्यक्त करते हैं। क्यूआईपी के जरिए जुटाए गए धन का इस्तेमाल हमारी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए किया जाएगा ताकि हम दुनिया को जोड़कर अरबों लोगों के जीवन को बदलने के अपने प्रयासों को दोगुना कर सकें।''

 

 

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