उपलब्धि : जापान मंगवाएगा इंदौर में बनी ईवी मोटराइज्ड साइकिल

इंदौर
 आत्मनिर्भर भारत का सपना अब स्पष्टत: साकार होता दिखाई दे रहा है। यह बदलाव अब महानगरों ही नहीं बल्कि अपने इंदौर तक में दिख रहा है। इसका प्रमाण है जापान की कंपनी और इंदौर की कंपनी में हुआ अनुबंध। इस समझौते के तहत आटोमोबाइल इंडस्ट्री में दुनिया की श्रेष्ठ तकनीक जानने वाला जापान जैसा देश भी इंदौर में बनी ईवी मोटराइज्ड साइकिल अपने यहां मंगवाएगा। एक दृष्टि से यह इंदौर के लिए बड़ी उपलब्धि है।

दअरसल, अब अपने ही देश में ऐसी तकनीकों को विकसित किया जा रहा है, जिनके लिए पहले हम दूसरे देशों पर निर्भर रहते थे। हमें दूसरे देशों से कई इलेक्ट्रानिक व अन्य सामग्रियों को आयात करना पड़ता था। किंतु अब भारत दूसरे देशों को यहां तैयार की गई चीजों को निर्यात करेगा। इसी क्रम में इंदौर के दो लोगों ने एक मजबूत ईवी मोटराइज्ड साइकिल का निर्माण किया है। इस साइकिल की डिजाइनिंग और डेवलपमेंट इंदौर में ही किया गया है।

यह अब तक की मध्य प्रदेश की पहली पूरी तरह मेक इन इंडिया के तहत तैयार की गई गाड़ी है। इस गाड़ी को जापान की कंपनी ने सराहा है। इसी के चलते जापान की एक कंपनी ने इंदौर की अनंत श्री व्हीकल्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता किया है। इसके तहत इंदौर में तैयार की गई गाड़ियों को जापान आयात करेगा। शहर के इस स्टार्टअप ने महज दो वर्षों में 30 करोड़ वैल्यूएशन वाली कंपनी तैयार कर दी है। इसके समर्थन में शहर के प्रतिष्ठित एसजीएसआइटीएस इंजीनियरिंग संस्थान के इंक्यूबेशन सेंटर द्वारा 50 लाख रुपये की फंडिंग प्रदान की गई है।

जीरो ब्रांड की मोटराइज्ड ईवी साइकिल मिंक
अनंत श्री व्हीकल्स प्रालि के को-फाउंडर भरत प्रीतमानी और मनीष कछावा हैं। भरत बताते हैं कि उन्होंने जीरो ब्रांड की मोटराइज्ड ईवी साइकिल मिंक तैयार की है। यह साइकिल 1.5 किलोवाट बैटरी के साथ 50,000 रुपये कीमत में उपलब्ध है, वहीं बिना बैटरी के इस मिंक को 30,000 रुपये में खरीदा जा सकता है। दरअसल, कंपनी ने बिना बैटरी वाली गाड़ियों के लिए एक आसान सुविधा दी है।

इसके लिए शहर में करीब आठ स्टेशन बनाए गए हैं। यहां पर आपको अपनी ईवी साइकिल से बैटरी निकालकर चार्जिंग पर लगाना होगा और वहां पर चार्ज करके रखी हुई बैटरी को गाड़ी को लगाना होगा। इसके लिए वहां पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा। इसके बाद करीब 75 रुपये एक बार चार्जिंग के लिए देने होंगे। इस मोटराइज्ड साइकिल की स्पीड 25 किलोमीटर प्रतिघंटा है।

इस गाड़ी से सबसे अधिक फायदा ई-कामर्स के आइटम की डिलीवरी करने वाले कर्मचारियों को होगी। फिलहाल उनकी एक हजार रुपये की कमाई का 30 से 40 प्रतिशत हिस्सा पेट्रोल में लग जाता है, जबकि ईवी मोटराइज्ड साइकिल से सफर करने पर 50 प्रतिशत का कम खर्च आएगा। साथ ही साइकिल के लिए ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। इसे विद्यार्थी स्कूल और कालेज जाने व अन्य लोग भी उपयोग कर सकते हैं।

जापान को भी गाड़ी निर्यात करेगा इंदौर
अनंत श्री व्हीकल्स प्रालि ने जापान की हेलो स्पेस कंपनी के साथ एक एमओयू किया है। दरअसल, जापान में मोटराइज्ड साइकिल के लिए एक टेक्नोलाजी तैयार की गई है, जिसमें पैडलिंग से बैटरी को चार्ज किया जा सकता है। इस टेक्नोलाजी को हेलो स्पेस जीरो की गाड़ियों के लिए शेयर करेगा। साथ ही इस टेक्नोलाजी को जीरो इस्तेमाल करके इंदौर में गाड़ियां तैयार करके जापान में निर्यात करेगा। इसके अलावा जीरो ब्रांड की गाड़ियों के लिए बंगलुरु की फिनटेक कंपनी और वोल्टअप के साथ भी एमओयू किया गया है। इसके तहत 30,000 से अधिक गाड़ियां 2024 तक सप्लाई की जाएंगी।

जल्द लांच होगी बाइक और स्कूटर
जीरो ब्रांड तीन से चार महीने में जीरो बोल्ट बाइक और स्कूटर भी लांच करने की तैयारी कर रहा है। इस ईवी बाइक की कीमत 70 से 80 हजार रुपये रहेगी। यह बाइक 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से चलेगी और इसकी भार वहन क्षमता 300 किलो रहेगी। स्कूटर की कीमत 60,000 रुपये रहेगी और 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड रहेगी। मोटराइज्ड साइकिल में 1.5 किलोवाट की बैटरी है, जिससे 70 किलोमीटर तक सफर कर सकते हैं। वहीं बाइक और स्कूटर में दो किलोवाट की बैटरी रहेगी, जिससे 85 किलोमीटर तक चल सकेंगे। इसके अलावा गाड़ियों के लिए एक मोबाइल एप जीरो नाम से तैयार की गई है। इसके जरिए गाड़ी में जीपीआरएस, बैटरी चार्जिंग प्रतिशत और गाड़ी को लाक करने जैसी सुविधा मिलती हैं।
2022 में कंपनी बनी, 2023 में गाड़ी लांच कर दी

जीरो नामक कंपनी को फरवरी 2022 में शुरू किया गया था। इसकी शुरुआत एयरोनाटिकल इंजीनियर मनीष कछावा और भरत प्रीतमानी ने की थी। मनीष के पास आटोमोबाइल इंडस्ट्री का 14 वर्ष का अनुभव है। साथ ही भरत वाल्वो, आइशर में ग्लोबल मार्केटिंग हेड के तौर पर कार्यरत थे। इस कंपनी के तीन डायरेक्टर्स हैं- टी लक्ष्मीपति, प्रियंका तलरेजा, विनय पाहुजा। कंपनी ने गाड़ी की डिजाइन एंड डेवलपमेंट फरवरी 2022 में शुरू किया था और नवंबर 2023 में पहली गाड़ी लांच कर दी।

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